Wednesday, April 20, 2011

Invitation - May day celebration in Surma village, Palia Khiri





सूरमा, गोलबोझी और देवीपुर की आज़ादी

वन-जन उत्सव

1st May 2011

प्रिय साथी,
आपको सूचित करते हुये हर्ष हो रहा है कि उ0प्र0 के जनपद खीरी पलियाकलां में दुधवा टाईगर रिजर्व में बसे गांव सूरमा, गोलबोझी और देवीपुर ने सांगठनिक संघर्ष से वनाधिकार कानून-2006 के तहत राजस्व का दर्जा पाकर ज़मीन के मालिकाना हक के अधिकार पत्र हासिल करने में सफलता प्राप्त कर ली है। इन तीनों गांवों में 8 अपे्रल 2011 को जिलाधिकारी द्वारा स्वयं जाकर समुदाय के कुल 450 परिवारों को अधिकार पत्र सौंपे हैं। इन तीनों गांवों में सूरमा गांव ने टाईगर रिजर्व के कोर जोन में बसा होने के कारण देश का पहला ऐसा गांव बनने का गौरव प्राप्त हुआ है, जिसे वनाधिकार कानून के तहत सरकार द्वारा मान्यता दी गई है, जो कि देशभर में एक मिसाल बन गयी है। राजस्व का दर्जा प्राप्त होने के अलावा सूरमा व गोलबोझी को उ0प्र0 सरकार ने अम्बेडकर गांव भी घोषित किया है। सूरमा गांव जो कि सन् 1978 में क्षेत्र के दुधवा नेशनल पार्क घोषित होने के समय से ही अपने अस्तित्व को बचाने के लिये संघर्ष कर रहा था और जिसे उच्च न्यायालय द्वारा भी विस्थापित किये जाने के आदेश दिये जा चुके थे। वनविभाग और तथाकथित वन्यजन्तु प्रेमियों की लाबी पार्क बनने के बाद के समय से ही इस गाॅव को उजाड़ने पक्ष में प्रयास करती रही व वनाधिकार कानून के लागू होने के बाद वनाधिकार कानून के तहत मान्यता मिलने के रास्ते में तमाम तरह के अड़ंगे लगाकर हमले कर रही थी। लेकिन सुरमा सहित इन सभी गाॅवों के लोग व्यापक रूप से संगठनिक प्रक्रिया को मज़बूत करके संघर्ष करते रहे। धीरे-धीरे इस संघर्ष में पार्कक्षेत्र के सभी 46 गाॅव, जिले के अन्य क्षेत्रों के गाॅव व अन्य जिलों के गाॅव भी शामिल होते चले गये। 33 वर्ष लम्बे इस संघर्ष की जीत निश्चित रूप से तमाम देश के जंगल क्षेत्रों में आदिवासियों व अन्य परम्परागत वन निवासी समुदायों की जीत है, जो कि अपने हक अधिकारों को हासिल करने के लिये जनवादी तौर-तरीकों से निरन्तर संघर्ष कर रहे है।

सुरमा सहित यहां के तमाम वनक्षेत्र के गांवों के संघर्ष को लड़ रहे राष्ट्रीय वन-जन श्रमजीवी मंच व इसके घटक संगठन थारू आदिवासी महिला मजदूर किसान मंच, तराई क्षेत्र महिला मजदूर किसान मंच, वनटांगिया समिति ने तय किया है कि इस जीत का जश्न 1 मई 2011 को उत्सव के रूप में मनाया जायेगा। चूंकि 1 मई अंतर्राष्ट्रीय मज़दूर दिवस है। ऐतिहासिक रूप से इस दिन पूरी दुनिया के मेहनतकश लोगों ने अपने 8 घन्टे काम करने के अधिकार को लेकर जीत हासिल की थी और यह दुनियाभर के मेहनतकशों की जीत का प्रतीक है। इस अवसर पर देश के कई हिस्सों से वनाश्रित समुदायों के लोग, अलग-अलग जनमुद्दों पर काम करने वाले जनसंगठनों के लोग मीडिया बन्धु व शहरी क्षेत्रों से भी समर्थनकारी महिला व नौजवान बडी संख्या में इकठ्ठा होंगे। आपसे अनुरोध है कि आप भी अपने संगठनों के महिला-पुरूष साथियों के साथ इस कार्यक्रम में शामिल होकर इस ऐतिहासिक क्षण को गौरान्वित करें। कृप्या समय से अपनी भागीदारी सुनिश्चित करने का कष्ट करें। धन्यवाद,
क्रान्तिकारी अभिवादन के साथ,

रामचन्द्र राणा, बन्धोदेवी, मुन्नीलाल, रोमा, रजनीश,
अशोक चौधरी



कार्यक्रम
1 मई 2011 प्रातः 11 बजे से विजय उत्सव प्रारम्भ
स्थान:- ग्राम सूरमा दुधवा नेशनल पार्क पलिया कलां खीरी उ0प्र0



-ः आयोजक:-
राष्ट्रीय वन-जन श्रमजीवी मंच (उ0प्र0)
थारू आदिवासी महिला मजदूर किसान मंच, तराई क्षेत्र महिला मजदूर किसान मंच, वनटांगिया समिति।


सम्पर्कः 09415233583 (रोमा) 09410471522, 08009892236 (रजनीश) 05871-298171, 08953527624 (रामचन्द्र राणा)
लखनऊ सचिवालय सम्पर्क: 09415045873 (आलोक)

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